Wednesday 30 November 2016

सत्कर्म

बनकर इक रचनाकार
सपनों को दिया आकार
अब बारी है पूरे हों सपने
बने सदा सत्कर्म आधार,...  प्रीति सुराना

1 comment:

  1. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक चर्चा मंच पर 1-12-2016 को चर्चा - 2543 में दिया जाएगा ।
    धन्यवाद

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