Sunday 3 December 2017

मैं सिर्फ एक देह नहीं हूं

मैं सिर्फ एक देह नहीं हूं,
देह के भीतर एक मन भी है
जिसमें टीसते हैं वो ज़ख्म
जो किसी को दिखाए नही जाते,..

प्रीति सुराना

0 comments:

Post a Comment